ट्रांसमिशन मीडिया क्या है? (What is Transmission Media in Hindi)
आज हम सीखेंगे की ट्रांसमिशन मीडिया क्या है? (Transmission Media in Hindi) जैसा की हम जानते है की नेटवर्किंग (Networking) में कंप्यूटर (Computer), वर्कस्टेशन (Workstations), परिधीय डिवाइस (Peripheral Decices) और इंटरफ़ेस कार्ड (Interface Cards) जैसे उपकरणों में नेटवर्क कनेक्शन (Network Connection) स्थापित करने के लिए केबल (Cable) और तार (Wire) उपयोग किए जाते हैं। तार (Wire) धातु की एक पतली बेलनाकार छड़ (Cylindrical Rod) से बनी होती है जो मौजूदा प्रवाह को कम प्रतिरोध (Low Resistance) के साथ प्रवाहित करती है। केबल को एक साथ बंधे तारों के एक समूह के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो नंगे (Bare) या पृथक (Insulated) हो सकता है।
आप इन उपकरणों को या तो फिजिकल ट्रांसमिशन मीडियम (Physical Transmission Medium) या वायरलेस ट्रांसमिशन मीडियम (Wireless Transmission Medium) के द्वारा उपयोग कर सकते हैं। फिजिकल ट्रांसमिशन मीडियम में तारों और केबल्स का उपयोग शामिल होता है और वायरलेस ट्रांसमिशन मीडियम में विद्युत चुम्बकीय विकिरण तरंगों (Electromagnetic Radiation Waves) का उपयोग शामिल है।
ट्रांसमिशन मीडिया के प्रकार (Types of Transmission Media in Hindi)
- 1. वायर्ड टांसमिशन मीडिया (Wired Transmission Media)
- ट्विस्टेड पेयर केबल (Twisted Pair Cable)
- कोएक्सिअल केबल (Coaxial Cable)
- फाइबर ऑप्टिक केबल (Fiber Optic Cable)
- 2. वायरलेस ट्रांसमिशन मीडिया (Wireless Transmission Media)
- रेडियो तरंग (Radio Wave)
- माइक्रो तरंग (Micro Wave)
- इन्फ्रारेड (Infrared)
ट्रांसमिशन मीडिया की विशेषता (Characteristics of Transmission Media in Hindi)
- बैंडविड्थ (Bandwidth): यह एक डिजिटल डेटा (Digital Data) की मात्रा होती है जो एक केबल ले जा सकता है। प्रत्येक प्रकार की केबल किसी निश्चित अवधि के दौरान केवल कुछ निश्चित जानकारी या डेटा ले जा सकती है। इस क्षमता को बैंडविड्थ (Bandwidth) के नाम से जाना जाता है। यह बिट्स (Bits) या बाइट्स (Bytes) के संदर्भ में मापा जाता है जो केबल एक निश्चित समय पर ले जा सकता है। यह नेटवर्क केबल का चयन करते समय एक महत्वपूर्ण कारक होता है।
- अत्टेनुऐसन (Attenuation): चूंकि सिगनल्स (Signals) केबलों के माध्यम से यात्रा करते हैं, वे अपनी स्ट्रेंथ (Strength) खो देते हैं। केबल में सिग्नल की शक्ति का यह नुकसान सिगनल क्षीणन या अत्टेनुऐसन (Attenuation) कहा जाता है। अधिक अत्टेनुऐसन के साथ, सिगनल की स्ट्रेंथ घट जाती है। ऑपरेटिंग फ्रीक्वेंसी (Operating Frequency) और केबल की लंबाई बढ़ जाने से अत्टेनुऐसन भी बढ़ जाती है। अत्टेनुऐसन DB (Decibels) में मापा जाता है और एक नेगेटिव वैल्यू के रूप में व्यक्त किया जाता है क्योंकि यह एक सिगनल नुकसान (Signal Loss) को दर्शाता है, उदाहरण के लिए- 12 DB।
- नॉइज़ अब्सॉर्प्शन (Noise Absorption): प्रत्येक प्रकार का केबल कुछ इंटेरफेरेंस जैसे आंतरिक या बाहरी नॉइज़ के लिए अतिसंवेदनशील होता है। यह पर्यावरण पर निर्भर करता है जहां केबल रखी जाती है। बाह्य नॉइज़ में विद्युत चुम्बकीय इंटेरफेरेंस (EMI) या रेडियो फ्रीक्वेंसी इंटेरफेरेंस (RFI) शामिल हो सकते हैं। ईएमआई अवांछित विकिरणों या बाहरी उपकरणों जैसे नॉइज़ से संबंधित है जैसे कि इलेक्ट्रिक मोटर्स (Electric Motors) और रिलेस (Relays)। आरएफआई रेडियो फ्रीक्वेंसी रेंज में विकिरण को संदर्भित करता है जो तांबा केबलों पर संचरण के साथ इंटेरफेरेंस करता है। शील्डेड केबल के मामले में, अगर इंसुलेशन शील्डिंग ठीक से नहीं है, तो यह एक एंटीना (Antenna) के रूप में कार्य करता है और ऐसे इंटेरफेरेंस अनावश्यक सिगनल्स को पकड़ने लगता है। कोएक्सिअल केबल (Coaxial Cable) और शील्डेड ट्विस्टेड पेयर केबल (Shielded Twisted Pair Cable) इंटेरफेरेंस के लिए कम संवेदी होते हैं। फाइबर ऑप्टिक केबल कम से कम इंटेरफेरेंस के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं।
- क्रॉसटॉक (Crosstalk): यह इंटेरफेरेंस (Interference) होता है, जब एक केबल के माध्यम से बहने वाला विद्युत प्रवाह (Electric Currents) से जो चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic Fields) का निर्माण होता है, वह अन्य केबलों के विद्युत प्रवाह को प्रभावित कर देता है। केबल क्रॉस्स्टॉक का परिणाम Signal Distortion हो सकता है जो नेटवर्क समस्याओं की तरफ जाता है। क्रॉसटॉक को कम किया जा सकता है अगर हम नेटवर्किंग में Shielded Twisted Pair (STP) केबल का इस्तेमाल करते है। Shielded Twisted Pair केबल में चुंबकीय क्षेत्र/क्रॉसटॉक को कम करने के लिए इंसुलेशन (Insulation) मौजूद होता हैं। यह Unshielded Twisted Pair (UTP) केबल से थोड़ा महंगा मगर Fiber Optic Cable (FOC) से सस्ता होता है।
कंप्यूटर नेटवर्क में ट्रांसमिशन मीडिया (Transmission Media in Computer Network)
जैसा की हम जानते है की किसी भी नेटवर्क में दो या दो से अधिक डिवाइस आपस में कनेक्टेड होते है और एक दुसरे से इनफार्मेशन (Information) या डाटा (Data) को शेयर करते है। लकिन इन उपकरणों को नेटवर्क से कनेक्ट होने के लिए ट्रांसमिशन मीडिया (Transmission Media) की जरुरत होती है वह या तो वायर्ड टांसमिशन मीडिया (Wired Transmission Media) या वायरलेस ट्रांसमिशन मीडिया (Wireless Transmission Media) के रूप में हो सकता है।
जैसे हमने अक्सर देखा होगा की कंप्यूटर लैब (Computer Lab) या ऑनलाइन एग्जाम सेंटर (Online Exam Center) में कंप्यूटर आपस में केबल्स (Cables) के माध्यम से जुड़े होते है जिसे हम लैन कनेक्शन (Local Area Network) के नाम से जानते है और हम अक्सर सेलुलर नेटवर्क (Cellular Network) या वाई – फाई (Wi-Fi) की सहायता से अपने मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर में इन्टरनेट का इस्तेमाल करते है। यहा लैन नेटवर्किंग वायर्ड टांसमिशन मीडिया और मोबाइल डाटा और वाई – फाई वायरलेस ट्रांसमिशन मीडिया के उदाहरण है।
वायरलेस ट्रांसमिशन मीडिया और इसके अनुप्रयोगों (Wireless Transmission Media and its Applications)
- ब्लूटूथ (Bluetooth)
- वाई-फाई (Wi-Fi)
- इन्फ्रारेड (Infrared)
- मोबाइल फोन संचार (Mobile Phone Communication)
- उपग्रह संचार (Satellite Communication)
इन्हें भी देखें –
- कंप्यूटर क्या है? (What is Computer in Hindi)
- CCNA नेटवर्किंग ट्रेनिंग हिंदी में | CCNA R/S (200-125) Training in Hindi
- कंप्यूटर नेटवर्क क्या है? (What is Network in Hindi)
- नेटवर्क टोपोलॉजी क्या है? (Network Topology in Hindi)
- OSI मॉडल क्या है? (What is OSI Model in Hindi)
- सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने? (How to Become a Software Engineer)
- कंप्यूटर प्रोग्रामिंग क्या है, कैसे सीखें? (What is Computer Programming in Hindi)
- C प्रोग्रामिंग क्या है, कैसे सीखें? (C/C++ Programming in Hindi)
- C++ प्रोग्रामिंग क्या है, कैसे सीखें? (C++ Programming in Hindi)
- जावा प्रोग्रामिंग क्या है, कैसे सीखें? (Java Programming in Hindi)
- डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम क्या है? (What is DBMS in Hindi)
- विज़ुअल बेसिक डॉटनेट क्या है? (What is VB.Net in
प्रिय पाठकों, मै आशा करता हूँ की आपको हमारी ट्रांसमिशन मीडिया क्या है? (Transmission Media in Hindi) पर यह पोस्ट बहुत पसंद आया होगा। अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे जरुर अपने दोस्तों के साथ शेयर करे। हमने कोशिस किया है की “ट्रांसमिशन मीडिया क्या है? (Transmission Media in Hindi)“ की संपूर्ण जानकारी आसान और विस्तृत रूप में वर्णन कर सके। यदि आपको और अधिक जानकारी की आवश्यकता है तो आप यहाँ क्लिक कर पढ़ सकते है, अगर आपको कोई भी उलझन हो तो निचे कमेंट कर सूचित करें, आपको तुरंत सही और सटीक सुचना आपके इच्छित विषय से सम्बंधित दी जाएगी. यदि आप हमसे सम्पर्क करना चाहते है या आपके पास कोई सुझाव है तो आप हमसे संपर्क करे। हम आपके सुझाव का स्वागत करते हैं, हमारी यूट्यूब चैनल देखने के लिए यहाँ क्लिक करे।
कृपया ध्यान दें: नीचे दिए गये “Register Now” बटन के माध्यम से आप हमे निशुल्क ज्वाइन कर सकते हैं। नवीनतम जॉब अपडेट पाने के लिए आप हमारे फेसबुक ग्रुप को जॉइन कर सकते हैं और हमारे एंड्रॉइड एप्प को भी डाउनलोड कर सकते हैं। हमारे इस एप्प का उद्देश्य प्रतियोगता परीक्षाओं की तयारी करने वाले छात्रों को नवीन माध्यम द्वारा ज्ञान उपलब्ध करवाना है। जिससे वह अपने मोबाइल द्वारा ही समस्त जानकारी प्राप्त कर सके, आपको हमारा यह प्रयास कैसा लगा, हमें कमेंट में जरूर बताएं।
Dear Visitors, अगर आपके पास कोई ज्ञानवर्धक जानकारी है जिससे आप लोगो के साथ बाँटना चाहते है तो हमसे संपर्क कीजिए हमें ईमेल भेजिए–[email protected] यदि पोस्ट अच्छी हुई तो हम जरूर आपके नाम के साथ उसे प्रकाशित करेंगे।