डाटा स्ट्रक्चर क्या है? (जानिये हिंदी में)

डाटा स्ट्रक्चर का परिचय (Introduction to Data Structure)

आज हम सीखेंगे की डाटा स्ट्रक्चर क्या है? (What is Data Structure in Hindi), डेटा स्ट्रक्चर के प्रकार इन हिंदी (Types of Data Structure in Hindi) डाटा को व्यवस्थित (Organize) करने के कई तरीके होते हैं, डाटा को व्यवस्थित करने के लॉजिकल (Logical) या गणितीय (Mathematical) मॉडल को भी डाटा स्ट्रक्चर कहा जा सकता है। सरल शब्दों में, डाटा स्ट्रक्चर एक कंप्यूटर सिस्टम में डाटा भंडारण करने और व्यवस्थित करने का एक तरीका है। ताकि हम आसानी से डाटा का उपयोग कर सकें। डाटा स्ट्रक्चर इतनी सरल होनी चाहिए कि कोई भी कंप्यूटर प्रोग्रामर को किसी भी प्रोग्रामिंग भाषा में कोडिंग लिखकर डेटा को आसानी से संसाधित कर सकते हैं।

डाटा स्ट्रक्चर क्या है (What is Data Structure in Hindi)

  • एल्गोरिथम (Algorithm): एल्गोरिथ्म एक प्रक्रिया है जो कंप्यूटर को एक समस्या हल करने की अनुमति देती है। अर्थात, यह एक समस्या का समाधान या विशेष रूप से कंप्यूटर द्वारा कुछ कार्य पूरा करने के लिए नियमों का एक समूह होता है। आपके कंप्यूटर द्वारा निष्पादित सभी कार्यों में एल्गोरिदम शामिल हैं, यह कुछ भी हो सकता है। यह एक समस्या हल करने के लिए एक कदम दर कदम प्रक्रिया होती है, जो कम से कम कंप्यूटर मेमोरी और प्रोसेसर का उपयोग करके समस्या को कम से कम समय में हल दे सके।

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डेटा स्ट्रक्चर के प्रकार (Types of Data Structure)types of data structure in hindi

  • प्रिमिटिव डाटा स्ट्रक्चर (Primitive Data Structure): प्रिमिटिव डाटा स्ट्रक्चर ऐसी डेटा संरचना है जो कंप्यूटर द्वारा दिये गये निर्देशों (Instructions) से सीधे संचालित (Operate) किया जा सकते है।

प्रिमिटिव डाटा स्ट्रक्चर के प्रकार निम्नानुसार हैं:

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  1. इन्टिजर (Integer): इसमें दशमलव के अलावा अन्य सभी संख्याएं हैं, इन्टिजर डिफाइन करने के लिए int का प्रयोग किया जाता है। उदाहरण- int a =7;
  2. करैक्टर (Character): करैक्टर का उपयोग C भाषा में एक अल्फ़ाइबेट को डिफाइन करने के लिए किया जाता है।
    करैक्टर डिफाइन करने के लिए char का प्रयोग किया जाता है तथा उस करैक्टर को ”(Single Quote) में डाला जाता हैं। उदाहरण- char ‘x’
  3. डबल (Double): डबल एक मूलभूत डेटा प्रकार है जिसे कंपाइलर में बनाया गया है और दशमलव अंकों के साथ संख्या वाले संख्यात्मक वेरिएबल्स को डिफाइन करने के लिए उपयोग किया जाता है।
  4. फ्लोट (Float): दशमलव संख्या को फ्लोट में डिफाइन किया जाता है। फ्लोट में इन्टिजर का मान भी डिफाइन होता है
    किसी भी संख्या को फ्लोट में डिफाइन करने के लिए float का प्रयोग किया जाता है। उदाहरण- float a =4.2;
  5. स्ट्रिंग (String): करैक्टर्स के समूह को स्ट्रिंग कहा जाता है। स्ट्रिंग को डिफाइन करने के लिए string का प्रयोग किया जाता है और स्ट्रिंग को “Double Quote” में डाला जाता है। उदाहरण- string “shivam
  • नॉन प्रिमिटिव डाटा स्ट्रक्चर (Non-Primitive Data Structure): नॉन प्रिमिटिव डाटा स्ट्रक्चर ऐसी डेटा संरचना है जो कंप्यूटर द्वारा दिये गये निर्देशों (Instructions) से सीधे संचालित (Operate) नहीं किया जा सकता है। यह प्रिमिटिव डेटा संरचना से ली गई हैं। यह समान (Homogeneous) और अलग-अलग प्रकार के डाटा आइटम को एक समूह में रखते हैं। उदाहरण- Array , Stack , Graph आदि।

नॉन प्रिमिटिव स्ट्रक्चर के प्रकार निम्नानुसार हैं:

  1. लीनियर डाटा स्ट्रक्चर (Linear Data Structure): लीनियर डाटा स्ट्रक्चर एक डेटा संरचना है जिसमें डेटा आइटम को रैखिक रूप में संग्रहीत और व्यवस्थित किया जाता है, जिसमें डेटा आइटम एक रेखा के रूप में दूसरे से जुड़ा होता है। इसके अंदर Array , Stack , Queue , linked lists आते हैं।
  2. नॉन लीनियर डेटा स्ट्रक्चर (Non-Linear Data Structure) : नॉन लीनियर डेटा स्ट्रक्चर एक डेटा संरचना है जिसमें डाटा आइटम्स को क्रमबद्ध (Sequential) तरीके से व्यवस्थित नहीं किए जाता है। इसमें एक डेटा आइटम किसी अन्य डाटा आइटम से जुड़ा हो सकते हैं। जैसे:- Tree, Graph आदि।

डेटा स्ट्रक्चर संचालन (Data Structure Operations)

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  1. ट्रेवर्सिंग (Traversing): डेटा की संरचना में किसी भी रिकॉर्ड को एक्सेस करना या विज़िट को ट्रैविसिंग (Traversing) कहा जाता है।
  2. सर्चिंग (Searching): डेटा संरचना में रिकॉर्ड के स्थान को खोजना सर्चिंग (Searching) कहा जाता है।
  3. इंसेरटिंग (Inserting): डेटा संरचना में एक नया रिकॉर्ड जोड़ना इंसेरटिंग (Inserting) कहा जाता है।
  4. डिलीटिंग (Deleting): डेटा संरचना में एक रिकॉर्ड को हटाना डिलीटिंग (Deleting) कहा जाता है।
  5. सॉर्टिंग (Sorting): डेटा संरचना में किसी रिकॉर्ड को लॉजिकल क्रम में व्यवस्थित करना सॉर्टिंग (Sorting) कहा जाता है।
  6. मर्जिंग (Merging): डेटा संरचना में, जो रिकॉर्ड दो अलग- अलग फाइलों में संग्रहित होते है उसे एक सिंगल फाइल में जोड़ने को मर्जिंग (Merging) कहा जाता है।
डाटा स्टोरेज यूनिट (Data Storage Units)

किसी कंप्यूटर या डिवाइस के द्वारा उपयोग के लिए विद्युत चुम्बकीय या अन्य रूपों में डेटा का भंडारण किया जाता है, हम डाटा स्टोरेज डिवाइस जैसे की हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड, ऑप्टिकल डिस्क आदि में डाटा का भंडारण करते है। मेमोरी यूनिट कंप्यूटर में डाटा के भंडारण की इकाई है।

एक प्रणाली को बाइनरी डेटा संग्रहीत करने के लिए बनाया गया है, जिसमें सबसे छोटा इकाई बिट है।

1 Bit Binary Digit
8 Bits 1 Byte
1024 Bytes 1 Kilobyte
1024 Kilobytes 1 Megabyte
1024 Megabytes 1 Gigabyte
1024 Gigabytes 1 Terabyte
1024 Terabytes 1 Petabyte
1024 Petabytes 1 Exabyte
1024 Exabytes 1 Zettabyte
1024 Zettabytes 1 Yottabyte
1024 Yottabytes 1 Brontobyte
1024 Brontobytes 1 Geopbyte

इन्हें भी देखें –

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Shivam Pandey is a Software Engineer and a Professional Blogger. He is "CCNA", "MCSE" & "RHCE" certified and is currently working as a Full Stack Java Developer at Tata Consultancy Services Limited (TCS).

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